NOT KNOWN DETAILS ABOUT HANUMAN JI KI AARTI

Not known Details About hanuman ji ki aarti

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कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥

जय गणपति सदगुण सदन, कविवर बदन कृपाल। विघ्न हरण मंगल करण, जय जय गिरिजालाल॥

People that choose refuge in You, find many of the comforts and joy. When We have now a protector such as you, we don't have to get scared of any person or something.

श्याम माखन चुराते चुराते, अब तो दिल भी चुराने लगें हैं

लिङ्गाष्टकम्

देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥

उधो मैया ते जा कहिओ,तेरो श्याम दुःख पावे।कोई ना ख्वावे मोहे माखन रोटी,जल अचरान करावे।माखन मिश्री नाम ना जानू,कनुया कही म

ताके तन नहीं रहै कलेशा ॥ धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे ।

महाभारत काल से दिल्ली happy diwali के प्रसिद्ध मंदिर

जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥



तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥

शंकर सम्मुख पाठ सुनावे ॥ जन्म जन्म के पाप नसावे ।

पिता मेरे ने मन मे विचारा, वर ले रुक्मण श्याम प्या

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